
थैला अपना, पर्यावरण अपना – Paper Bag 2025
इस परियोजना का उद्देश्य प्लास्टिक उपयोग को कम कर के पर्यावरण की रक्षा करना था। हमें यह समझ में आया कि छोटी-छोटी आदतें जैसे कपड़े या कागज़ का थैला लाना भी पृथ्वी के लिए बड़ा परिवर्तन ला सकती हैं। इस पहल की प्रेरणा स्वच्छ भारत, SDG 12 (जिम्मेदार उपभोग और उत्पादन) और SDG 13 (जलवायु परिवर्तन की कार्रवाई) जैसे वैश्विक लक्ष्यों से मिली।
, विद्यालय में "Eco Pledge" का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों, शिक्षकों और स्टाफ को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई गई। इसके बाद जागरूकता अभियान चलाया गया, जिसमें छात्रों ने हाथ से बने पोस्टर और स्लोगन के माध्यम राहगीरों और आस-पास के निवासियों को प्लास्टिक के दुष्प्रभाव और कागज़/कपड़े के थैलों के लाभ बताए। अंत में, एक सिग्नेचर कैंपे आयोजित किया गया, जिसमें 200 से अधिक लोगों ने पर्यावरण के संरक्षण और प्लास्टिक के प्रयोग को न कहने की प्रतिज्ञा करते हुए हस्ताक्ष
टीमवर्क की शक्ति और कैसे मिलकर समाज में बदलाव लाया जा सकता है। पर्यावरण की रक्षा सिर्फ सरकार की नहीं, हर नागरिक की ज़िम्मेदारी है। संवाद कला (communication), नेतृत्व (leadership) और आयोजन (planning) के कौशलों में वृद्धि हुई। =