स्वस्थ बालिका, स्वस्थ भारत स्वस्थ पर्यावरण के साथ
स्लम क्षेत्रों में सेवा कार्य करते हुए हमने देखा कि वहां की लड़कियां मासिक धर्म के समय पुराने कपड़ों का उपयोग करती हैं, जिससे उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसे देखकर हमने निशुल्क सेनेटरी नेपकिन वितरण की पहल शुरू की। इसके साथ ही, विश्व पर्यावरण दिवस पर हमने एक चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की, जिसका उद्देश्य जल, वायु, और वृक्षों जैसे प्राकृतिक संसाधनों की महत्ता पर जागरूकता फैलाना था। हम सबने मिलकर इन संसाधनों की सुरक्षा का संकल्प लिया और स्वच्छ, हरा-भरा भारत बनाने का संदेश दिया।
ह कार्य हमने श्रीं चंचल गिरी आश्रम डोगरा गेट में कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।यह कार्य हमने भीष्म एवं झांसी ओपन ग्रप के रोवर रेंजर स्काउट गाइड तथा इंडियन स्काउट एंड गाइड फैलोशिप के सदस्यों के तन मन धन के सामूहिक सहयोग से किया।
पर्यावरण दिवस पर सतत् विकास लक्ष्य संख्या नं 13 जलवायु परिवर्तन (SDG 13 CLIMATE ACTION) विषय पर श्री नर नारायण सेवा समिति द्वारा संचालित शिक्षा केन्द्र के बच्चों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए चित्र कला प्रतियोगिता करवाई गई।
इस योजना से हमें यह सीख मिली कि सेवा परमो धर्म है। जितना समाज हमें दे रहा है, उतना ही हमारा भी कर्तव्य है कि हम समाज को अधिक से अधिक लौटाएं। जल, वायु और वृक्ष हमारे जीवन के मूल स्तंभ हैं, जिनकी रक्षा के बिना हमारा भविष्य सुरक्षित नहीं है। ह। पर्यावरण संरक्षण और स्वास्थ्य जागरूकता के सामूहिक प्रयास से हम एक सशक्त और स्वच्छ भारत का निर्माण कर सकते हैं।