
NATIONAL LEVEL ROVER & RANGER JAGANNATH RATHYATRA SERVICE CAMP - PURI , ODISHA { INDIA }
राजस्थान राज्य भारत स्काउट गाइड , राज्य मुख्यालय - जयपुर की निर्देशानुसार राष्ट्रीय स्तरीय रोवर / रेंजर जगन्नाथ रथ यात्रा सर्विस कैंप - पुरी (उड़ीसा) में 1 जुलाई, 2019 से 5 जुलाई ,2019 तक आयोजित किया गया था जिसमें राजस्थान से 7 रोवर का चयन हुआ था जिसमें से 4 ने ही उधर भाग लिया था जिसमें सिरोही से प्रदीप सिंह, पाली से बलवंत सिंह एवं बूंदी से 2 रोवर ने भाग लिया था।
इस राष्ट्रीय स्तरीय जगन्नाथ रथ यात्रा सर्विस कैंप में देश के समस्त राज्य से 600 से 650 रोवर/रेंजर/स्काउट/गाइड एवम् स्काउटर/गाइडर ने भाग लिया था।
वहां पर हमने राजस्थान का प्रतिनिधित्व करके वहां पर रथयात्रा में उमड़ी भीड़ (लगभग 15-18लाख) पर हमने और दूसरे समस्त संभागी ने सेवा कार्य किया जिसमें हमने सुबह 7:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक जलसेवा किया, अत्यधिक भीड़ होने के कारण निरंतर हमने पानी का छिड़काव किया, लोगों के साथ में हमने रथ भी खींचवाया, रथ को खींचते समय अत्यधिक लोग भाग दौड़ में थे उस भागदौड़ में लोग काफी मात्रा में नीचे भी गिरे उनको हमने संभाला और उन्हें उठाकर उनको व्यवस्थित जगह पर बिठाया, तत्पश्चात हमने पुनः सेवा कार्य में जुट गए वह सेवा कार्य निरंतर जारी रहा उन 5 दिनों में।
इसलिए निकाली जाती है रथयात्रा!!
प्रभु के प्रति अटूट प्रेम और विश्वास का इससे बेहतरीन उदाहरण कहां मिलेगा कि भक्त अपने प्रभु को बीमार मानकर एक नन्हे शिशु की भांति उनकी सेवा करते हैं। उन्हें देसी वस्तुओं से बना काढ़ा पिलाया जाता है। इस वक्त उन्हें चटपटी चीजें नहीं बल्कि केवल मौसमी फल और परवल का जूस दिया जाता है। 15 दिन के उपचार के बाद भगवान जगन्नाथ स्वस्थ होते हैं और अपने भाई बलभद्रजी और बहन सुभद्रा के साथ अपनी मौसी के यहां भेंट करने जाते हैं।
ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा से अमावस्या तक अपने प्रभु को बीमार मानकर एक बालक की भांति उनकी सेवा की जाती है। इस दौरान मंदिर के पट बंद रहते हैं और भगवान को सिर्फ काढ़े का ही भोग लगाया जाता है।