
नशा मुक्त भारत –अनुभव और जागरूकता
समाज में बढ़ती नशाखोरी को देखकर मन में जागरूकता फैलाने की भावना उत्पन्न हुई और इस प्रोजेक्ट की शुरुआत की।
यह परियोजना सतत विकास लक्ष्य (SDG) के अंतर्गत "अच्छा स्वास्थ्य और कल्याण" (SDG 3) को समर्पित है। मैंने इस परियोजना के अंतर्गत एक नशा मुक्ति केंद्र का दौरा किया और वहाँ कुछ नशा पीड़ितों का साक्षात्कार लिया। इन साक्षात्कारों में उन्होंने अपने जीवन की कठिनाइयों, नशे की शुरुआत, परिवार पर प्रभाव, और इलाज की प्रक्रिया के बारे में जानकारी साझा की। मैंने अपने विद्यालय में छात्रों को एक नशे के दुष्परिणामों से अवगत कराया। इस जागरूकता अभियान का छात्रों को नशे से दूर रहकर अपनाने के लिए प्रेरित करना था।
इस परियोजना से मैंने सीखा कि नशा केवल व्यक्ति को नहीं, पूरे परिवार और समाज को प्रभावित करता है। नशा मुक्ति आसान नहीं, लेकिन संभव है। जागरूकता ही सबसे बड़ा समाधान है। एक छोटी सी पहल भी कई लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव ला सकती है