नेशनल ग्रीन कोर
राजस्थान राज्य भारत स्काउट व गाइड जिला मुख्यालय बांसवाड़ा के तत्वावधान में आज दिनांक 24 सितंबर 2020 प्रात 11:00 बजे श्रीमान जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह की अध्यक्षता में भारत सरकार वन पर्यावरण एवं जलवायु मंत्रालय द्वारा निर्देशित नेशनल ग्रीन कोर योजना जिला स्तरीय मॉनिटरिंग कमेटी बैठक जिला कलेक्टर सभाकक्ष में संपन्न हुई ।
उक्त मॉनिटरिंग कमिटी मीटिंग में सहायक वन संरक्षक, सी. ओ. स्काउट और शिक्षा विभाग के समस्त आला अधिकारी मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक एवं प्रारंभिक, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी, समस्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी एवं क्षेत्रीय प्रभारी जिला कमिश्नर स्काउट और गाइड के साथ साथ सभी स्थानीय संघ के सचिव साहिबानों ने मीटिंग में भाग लिया।
सी ओ स्काउट द्वारा नेशनल ग्रीन कोर योजना अंतर्गत जिले में इससे जुड़े सभी 500 इको क्लब विद्यालयों की जानकारी दी गई साथ ही अवगत करवाया गया की वित्तीय सत्र 2019-20 में आगे से ही राशि मात्र 140 विद्यालयों की 2500 रुपए प्रति विद्यालय के हिसाब से प्राप्त हुई जो राशि चयनित इको क्लब ग्रुप में ट्रांसफर ईसीएस के माध्यम से कर दी गई है ।
कोरोना अवधि में इको क्लब और स्काउट विद्यालयों द्वारा किये जा रहे कार्य में मास्क निर्माण, फिट इंडिया से संबंधित कार्यक्रम, चुग्गा पात्र, परिंडे, जन चेतना कार्यक्रम, वृक्षारोपण, सैनिटाइजर के काम, वर्चुअल गतिविधियां आदि किए गए समय-समय पर जिला मुख्यालय एवं राज्य मुख्यालय द्वारा वर्चुअल एक्टिविटीज करवाई गई जिसमें ऑनलाइन प्रमाण पत्र वितरण किए गए ।
आगामी समय में विद्यालयो में स्काउट्स गाइड्स के आने के पश्चात स्काउट गाइड गतिविधियों में नेशनल ग्रीन कोर इको क्लब को प्रमुखता दी जावे ।
साथ ही मीटिंग में निर्देश दिए गए कि शिक्षा विभाग के समस्त अधिकारी विद्यालय निरीक्षण करें उस समय इको क्लब राशि और इसके अंतर्गत किए जा रहे कार्यों का भी अवलोकन करें, सभी विद्यालयों में अनिवार्य रूप से सूखा और गीला कचरे के निस्तारण के लिए हरा और नीला कचरा पात्र रखा जावे जन चेतना से संबंधित फ्लेक्स बैनर विद्यालयों में टांगे जावे, कोटामनी जमा करवाने के निर्देश दिये गए ।
माननीय जिला कलेक्टर महोदय ने निर्देश दिए कि कचरा प्रबंधन और स्वच्छता इन दोनों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है क्योंकि जनचेतना कार्यक्रमों में अगर माउथ पब्लिसिटी होती है तो यह सबसे ज्यादा फायदेमंद है बच्चे अगर अपने घरों में माता-पिता और परिजनों को कचरे के व्यवस्थित निस्तारण के लिए कहते हैं तो घरवाले उनकी बात को नहीं टालेंगे अतः आप लोग बच्चों को अधिक से अधिक मोटिवेट करें प्लास्टिक का उपयोग नहीं करें कचरे का निस्तारण ठीक ढंग से करें इसके लिए प्रेरित करें स्वच्छता पर भी जोर दिया ताकि किसी भी प्रकार की बीमारी की जद में बच्चे नहीं आए अंत में आभार शिक्षा विभाग विभाग द्वारा ज्ञापित किया गया।