रक्तदान- महादान
थैलेसीमिया से ग्रस्त 10 बच्चों को प्रत्येक महीने रक्त उपलब्ध करवाने की मजबूरी। उनके माता-पिता पर यह आर्थिक व्यवस्था और भी इसको सहन करने में सक्षम थे एक ब्लड बैंक में उनको निशुल्क हर महीने रक्त उपलब्ध कराने की घोषणा की। साथ ही में उन्होंने ही यह आश्वासन भी चाहा कि स्काउटिंग के द्वारा हर महीने ब्लड डोनेशन का कैंप आयोजित करवाया जाएगा। तभी से पुण्य कर्म को आहूत करने की प्रेरणा प्राप्त हुई। अन्य कई सामाजिक संस्थाओं के साथ सहयोग कर यह कार्य अब निरंतर जारी है।
जीना है तो उसी का जिसने यह राज जाना।
ह काम आदमी का औरों के काम आना।।
हम सभी स्काउट्स मास्टर ने ब्लड डोनेट किया तथा हमारे रोवर्स भी ब्लड डोनेट करने को तैयार हो गए। डॉक्टरों के द्वारा एवं सामाजिक संस्थानों के द्वारा कैंप के दौरान ब्लड डोनेशन के लिए जागृति लाई गई। सामाजिक संस्थाओं का सहयोग प्राप्त हुआ। इस प्रकार इस पुण्य कर्म की आयोजन अब एक यज्ञ के रूप में चल रहा है और आगे भी निरंतर जारी रहेगा।
जितना रक्त यूनिट एकत्रित किया जाता है उनमें से 10 बच्चों के लिए आरक्षित रखा जाता है बाकी का रक्त जिनको आवश्यकता होती है उन मरीजों को उपलब्ध करवा दिया जाता है। अतः संख्या उतनी ही रहेगी जितना रक्त एकत्र होता है। अब लगभग कई रक्तदाता हर तीन चार महीने में रक्तदान करते हैं। लोगों में बहुत ज्यादा जागृति आ गई है जबकि पहले रक्त देना बिल्कुल भी अच्छा नहीं समझा जाता था।
लोगों के अंदर आज भी बहुत मानवता है। बिना किसी एक दूसरे को जाने बगैर भी रक्तदान कर आंतरिक खुशी एवं आनंद की प्राप्ति करते हैं।