catch the Rain
भारत स्काउट एवं गाइड वैशाली एवं नेहरू युवा केंद्र वैशाली के संयुक्त तत्वाधान में " कैच द रेन " तीन दिवसीय जागरूकता वेबीनार का आयोजन किया गया है जिसका उद्घाटन नेहरू युवा केंद्र के जिला युवा अधिकारी सुश्री श्वेता सिंह एवं राज्य सचिव श्रीनिवास कुमार ने किया, एवं संचालन जिला संगठन आयुक्त श्री ऋतुराज ने की,इस वेबीनार में सैकड़ों की संख्या में स्काउट गाइड जूम ऐप के माध्यम से जुड़े हैं, इस मौके पर जिला युवा अधिकारी स्वेता सिंह ने स्काउट गाइड एवं अन्य छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि 'कैच द रेन’ अभियान देश में मानसून पूर्व और मानसून अवधि तक पूरे देश में, ग्रामीण और शहरी दोनों में लागू किया गया है. अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों की भागीदारी के माध्यम से जमीनी स्तर पर वर्षा जल संरक्षण करना और हितधारकों से आग्रह करना है कि वे जलवायु परिस्थितियों और उप-समतल क्षेत्रों के लिए वर्षा जल संचयन संरचनाओं का निर्माण करें, ताकि वर्षा जल का उचित भंडारण सुनिश्चित किया जा सके. इस मौके पर जिला संगठन आयुक्त ऋतुराज ने कहा कि इस अभियान के तहत लोगों की सक्रिय भागीदारी के साथ जल संचयन गड्ढे, छत पर वर्षा जल संचय और चेक डैम बनाने का अभियान;टैंकों की भंडारण क्षमता को बढ़ाने के लिए गाद हटाना; जलग्रहण क्षेत्रों से पानी लाने वाले जल-प्रवाहों में अवरोधों को हटाना; पारंपरिक जल संचयन संरचनाओं की मरम्मत जैसे कार्य किए जाने का सुझाव दिया । साथ ही युवाओं से अपील की कि अपने आस-पड़ोस के लोगों को भी वर्षा जल संचय के साथ-साथ जल के अन्य श्रोत को भी बचाने का आग्रह करना चाहिए ,क्योंकि जल ही जीवन है, इस मौके पर शिक्षक सौरभ कुमार ने “जल शक्ति अभियान : कैच द रेन” अभियान देश के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में चलाया जा रहा इस अभियान की शुरुआत 22 मार्च से 30 नवम्बर तक निर्धारित है,
इस अभियान में उपयुक्त वर्षा जल संचयन बनाने में मदद मिलेगी जो मानसून के गिरने से पहले जलवायु परिस्थितियों और उप-मौसम के लिए उपयुक्त हैं। यह अभियान चेक डैम, रूफटॉप आरडब्ल्यूएचएस, वाटर हार्वेस्टिंग पिट, टैंक की डिसिल्टिंग को बढ़ाकर अपनी भंडारण क्षमता बढ़ाने के लिए अभियान चलाएगा।
भारत सरकार ने राज्य सरकारों से अनुरोध किया है कि वे इन गतिविधियों को सुविधाजनक बनाने के लिए प्रत्येक जिले, कलेक्ट्रेट या नगर पालिकाओं या ग्राम पंचायतों में रेन सेंटर खोलें। इन केंद्रों में इस अवधि के दौरान एक समर्पित मोबाइल फोन नंबर होगा। केंद्रों को एक इंजीनियर या एक व्यक्ति द्वारा संचालित किया जाएगा जो आरडब्ल्यूएचएस में अच्छी तरह से प्रशिक्षित है। जिला युवा समन्वयक अंजली वर्मा ने वर्षा जल संचयन के उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि जिले की इमारतों में छत आरडब्ल्यूएचएस हो ताकि किसी भी परिसर में बारिश का अधिकतम पानी गिर सके। इससे मिट्टी की नमी में सुधार और भूजल को बढ़ाने में मदद मिलेगी। यह शहरी क्षेत्रों में सड़कों पर पानी के संचय को कम करेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि हम सभी को भी अपने घर पर इसे अपनाना चाहिए और वर्षा जल को बचत करनी चाहिए। इस मौके पर स्काउट मास्टर अभिषेक रंजन, आरती सिंह, जितेश कुमार, प्रमोद कुमार, अंजली वर्मा मैं अपने विचार व्यक्त किया।