स्वच्छता का रखेंगे ध्यान साबुन और स्वच्छ जल से
बच्चों में फैल रही बीमारियों को देखते हुए मैंने सोचा क्यों ना बच्चों को हाथ धोना सिखाया जाए क्योंकि ज्यादातर बीमारियां हाथों से ही भीतर प्रवेश करती है।
इस प्रोजेक्ट को करने के लिए मैंने अपने सीनियर रोवर से सुझाव लिया तथा जगह को चिन्हित किया जिसके लिए मैंने पिछड़ी बस्तियों में जाकर वहां के छोटे-छोटे बच्चों को इकट्ठा कर उन्हें हाथ धोना सिखाया तथा हां धोने से फैलने वाली बीमारियों के बारे में अवगत कराया तथा हाथ को किस प्रकार धोना है उसके बारे में विस्तार पूर्वक बताएं तथा बच्चों से हां भी धुलवाए और बच्चों को खाना खाने से पहले और खाना खाने के बाद हाथ को अच्छी प्रकार से धोना है तथा इसके साथ इस समय समय पर नाखून और बालों की कटाई करने के लिए भी कहा गया
इस प्रोजेक्ट से मैने यह सीखा की स्वच्छता ही हमारी पहली पूंजी है हम स्वच्छ रहेंगे तो हर कार्य अच्छे से कर पाएंगे इसीलिए स्वच्छता को सर्वप्रथम अपनाना है साथ ही बच्चों को भी मैंने स्वच्छता को अपनाने के लिए कहा और इसका महत्व समझाया